water cycle in Hindi
जल चक्र
जल का महत्व (importance of water)
सम्पूर्ण सष्टि को जीवित रहने के लिए वायु के साथ साथ जल की आवश्यकता होती है जल जीवन का मुख्य अवयव है इसी लिए जल ही जीवन है कहाजाता है | पृथ्वी में लगभग 71% भाग जल से ही ढका हुआ है परन्तु समुदो में व्याप्त जल पीने योग नहीं है | अतः जल हमारे जीवन में बहुत उपयोगी है |
जल का उपयोग (use of water)
जल हमारे साथ साथ सभी जीव के लिए आवश्यक है लेकिन मनुष्य इसका उपयोग अधिक मात्रा में करता है जैसे पीने के लिए, खाना बनाने के लिए, स्नान करने, कपडे तथा बर्तन धोने में इसका उपयोग अधिक है| फसल उगने में पानी का महत्व अधिक है | जल का उपयोग मनोरंजन तथा खेल कूद में भी होता है| अतः जल को बचाना अति आवश्यक है|
जल चक्र क्या है (water cycle)
पृथ्वी में जल की मात्रा निश्चित है परन्तु जल अपना रूप change करता है तथा एक निश्चित समय में पुनः जल में आ जाता है| इस क्रिया को जल चक्र कहा जाता है| यह दो प्रकार के होते है -
- प्राकृतिक जल चक्र
- मानवीय जल चक्र
- प्राकृतिक जल चक्र
जल को मुख्य स्त्रोत वर्षा है इसी की मदद से जल पृथ्वी पर आता है| बदल से जल का किसी भी रूप से पृथ्वी पर गिरने की क्रिया को अवक्षेपण (PRECIPITATION) है | यह वर्षा का जल नदी नालो से बेहता हुआ समुद्र में जा मिलता है इस जल को अपवाह जल (surface run off) कहा जाता है | वर्षा के जल को पौधे अपनी जैविक में उपयोग करते है जो वाष्पोत्सर्जन (EVAPO-TRANS-PIRATION ) की प्रक्रिया से पुनः वायुमण्ल में वष्प के रूप में चला जाता है |
जल का कुछ भाग अंदर चला जाता है जो मृदा में रहता है इसे भौम जल कहते है | यह जल पृथ्वी पर एक सतह पर रहता है इसे भौम जल तल (GROUND WATER TABLE) कहा जाता है | यह जल भी मंद मंद बेहता हुआ नदी नालो से होता हुआ समुद्र से मिलता है फिर वाष्पीकृत हो कर वायुमण्डल में चला जाता है | यह क्रिया ऐसे चलती ही रहती है|
- मानवीय जल चक्र
मनुष्य अपने जीवन में जिस जल का उपयोग करता है उसका भी जल चक्र होता है | जल को intake के माध्यम से जल उपचार संयंत्र (water treatment plant) तक ले जाता है | जहाँ जल का शोधन करके उसे पुनः पीने योग बनाया जाता है | शोधित जल को वितरण प्रणाली से व्यक्ति तक पहुंचाया जाता है | जहा पर यह उपयोग के पश्चात मल जल (waste water) कहलाने लगता है | मल जल एकत्रीकरण प्रणाली के मदद से इसे मलजल शुद्धिकरण संयत्र तक लाया जाता है | जहा पर इसका आंशिक शोधन किया जाता है पुनः जल स्त्रोत में समापित कर दिया जाता है जहा पर तनुकरण तथा अन्य अच्छे क्रिया होती है अतः जल अच्छे जल में परिवर्तित हो जाता है | अतः यह क्रिया चलती रहती है |
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