Batten plate design in Hindi
batten plate (बैटन प्लेट)
बैटन प्लेट क्या है❓
यह एक प्रकार की प्लेट होती है जिसका उपयोग हम दो compression member को जोड़ने में करते है जैसे दो I-sec या c-sec को जोड़ कर column का निर्माण किया जाता है | बैटन प्लेट को member पर एक सामान रूप में लगाया जाता है| बैटन प्लेट की कम से कम इतनी संख्या हो कि यह मेंबर को तीन भाग में बाट सके | बैटन प्लेट दो प्रकार की होती है -
batten प्लेट |
- end batten - जो प्लेट ऊपर या नीचे लगी होती है उसे end batten प्लेट कहा जाता है
- intermediate batten - end प्लेट के बीच की सभी प्लेट intermediate प्लेट कहलाती है
बैटन प्लेट की design (IS CODE 800:1984)
- column section जिसको बैटन प्लेट से जोड़ना है उसके लिए प्रभावी लम्बाई 10 % से अधिक लेते है
- प्लेट के बीच का अंतर इस प्रकार लेते है कि min slenderness ratio ( c /ryy ⊁50 ) या बैटन अक्ष के समानांतर संघटित अवयव के तनुता अवयव का 0.7 गुना |
- end plate की प्रभावी गहराई पास पास के column अवयवों की गुरुत्व केंद्र के बीच की दुरी कम नहीं होनी चाहिए और अवयव की चौड़ाई के दो गुने से अधिक नहीं होनी चाहिए|
end बैटन की प्रभावी लम्बाई
d` = S1 + 2Cyy
S1 = section के बीच का अंतर
Cyy = गुरुत्व दुरी
कुल गहराई d = d` + 2 x सिरा दुरी (edge distance)
- मध्य प्लेट की गहराई end प्लेट की प्रभावी गहराई का 3/4 गुना होना चाहिए साथ ही अवयव की चौड़ाई का दोगुना होना चाहिए
मध्य बैटन प्लेट की प्रभावी गहराई
d`1 = 3/4 Х d`
कुल गहराई d1 = d`1 + 2 X सिरा दुरी (edge distance)
- बैटन की मोटाई
t ≥ 1/50 X (S1 + 2g)
S1 = section अंतराल
g = गेज दुरी (gauge distance)
- बैटन को पाश्व कर्तन बल V जो कि संघटित column पर आने वाले कुल अक्षीय भार का 2.5% होता है , के कारण आने वाले नमन आघूर्ण M एवं कर्तन V1 के लिए DESIGN करना चाहिये | यह पाश्व कर्तन बल बैटन के सामानांतर समतलो में बराबर रुप से विभाजित होता है
M = VC/2N
V1 = VC/NS
N = समतल की संख्या
S = रिवेट के बीच की गुरुत्व दुरी
- batten में औसत कर्तन प्रतिबल अनुज्ञेय औसत कर्तन प्रतिबल से कम होना चाहिए
- batten में नमन प्रतिबल का मान
σbc,cal = 6M/t(dxd)
अनुज्ञेय नमन प्रतिबल (0.66fy)से कम होना चाहिए
- जोड़ का नमन वा कर्तन आघूण के लिए डिज़ाइन करते है|
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