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Showing posts from April, 2020

Design of built up column in Hindi

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design of built-up column संघटित स्तम्भ (built-up column) की design निम्न विधि से की जाती है भार के अनुसार सुरक्षित अनुज्ञेय प्रतिबल 100 - 120 के बीच चुनते है  क्षैत्रफल A = अक्षीय भार / सुरक्षित अनुज्ञेय प्रतिबल  steel table की मदद से section को चुनते है  section को इस प्रकार व्यवस्थित किया जाता है की  i  yy   ≃  i  xx    r  yy   =  r  xx    section का slenderness ratio  λ = L/ r  yy    λ = L/ r  XX    slenderness ratio के सापेक्ष  अनुज्ञेय प्रतिबल ज्ञात करते है  section के सुरक्षित भार की गणना करते है यह मान अभिकल्पित भार के बराबर या अधिक होना चाहिए अन्यथा पुनः डिज़ाइन किया जायेगा 

column design in Hindi

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Column design method in Hindi COLUMN की design की विधि  -  column की slenderness ratio एवं steel के प्रकार के आधार पर संपीडन प्रतिबल का मान ज्ञात करते है सभी section के लिए slenderness ratio निम्न प्रकार है  सम्पीडन (struts) अथवा angle section के लिए 110 - 130 के बीच में लेते है  वेल्लित steel धरन के लिए 70 - 90 के बीच लेते है  संघटित खण्डो  ( built up member ) के लिए 40 लेते है  आवश्यक प्रभावी area A = P / σ ac    आवश्यक प्रभावी area के सापेक्ष steel table से economical section का चयन करते है    section के ज्यामितीय गुणों को स्टील टेबल से ज्ञात करके slenderness ratio को ज्ञात करके IS 800:1984 से दिया हुए स्तील के सापेक्ष अनुज्ञेय सम्पीड़न प्रतिबल ज्ञात करते है  सुरक्षित भार धारण क्षमता (safe load carrying capacity) ज्ञात करते है | यह आने वाले भार से थोड़ा अधिक होना चाहिए अन्यथा section का पुनः चयन किया जाता है 

How to calculate load carrying capacity of COMPRESSION MEMBER in Hindi

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calculate load carrying capacity of steel compression member   in Hindi  किसी   COMPRESSION MEMBER की भार वहन क्षमता ज्ञात करने की निम्न विधि है   COMPRESSION MEMBER की length और उसके सिरों की अवस्था से effective length ज्ञात की जाती है  section की स्टील टेबल से least radius of gyration ( r  min ) ज्ञात करते है  maximum slenderness ratio ( L / r  min  ) ज्ञात करते है   L / r  min    की मदद से    σ ac , IS CODE 800:1984 से ज्ञात करते है  section area ( A ) ज्ञात करते है या उसकी गणना करके ज्ञात करते है  फिर   load carrying capacity =  σ ac A   

compression members steel in hindi

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compression members in steel structures INTRODUCTION ➡️ Compression member ऐसा member होता है जिस पर दोना तरफ से दवाओं बल लगता है अतः ऐसा member जो सम्पीडन बल को लेता है सम्पीडन अवयव कहलाता है | यह member सीधे होते है इसमें bend नहीं होनी चाहिए उसमे   अपूर्णता नहीं होनी चाहिए | जैसे colum , ( सम्पीडन बल  = ऐसा बल जो member को दबाने का प्रयाश करता है सम्पीडन बल कहलाता है ) types of compression members  ➡️   Colum - इस member में axially load लगता है  post - यह लकड़ी का colum ही होता है  struts - यह एक प्रकार का compression member होता है  truss - यह member चित्र में है  Column की effective length  ➡️  colum में दो निकटवर्ती शून्य आघूण बिन्दुओ के बीच की दूरी column की effective लम्बाई कहलाती है effective length , column के end पर निर्भर करती हैं |  slenderness ratio ( तनुता अनुपात )➡️ यह किसी column की buckling को बताता है अतः जिस column की slenderness ratio ज्यादा होगा उसकी buckling उतनी ज्यादा होगी  (effective le

tension members in Hindi

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  axial load and bending moment वहन करने वाले तनन अवयव की design ➡️ design निम्न पदों में किया जाता हैं    net area की गणना करते हैं,  A  net      =  p  /  σ at  σ at    = 0.6 X इस्पात   का पराभव प्रतिबल ( F  y   ) Section चुनने के लिए आवश्यक area , net area , 50 से 100% नमन प्रभाव के लिए एवं 25 से 40 % total area ज्ञात करने के लिये , से अधिक लेते है  इसके बाद steel table में section चुनते हैं  section को जोड़ने के लिए रिवेट की गणना करते है उसके बाद रिवेट को पद्धति में रखते है अब शुद्ध क्षेत्रफल   A  net, provided    की ज्ञात करते है जिसका मान  A  net   से अधिक होना चाहिए    अब वास्तविक तनन प्रतिबल एवं नमन प्रतिबल की गणना करना  σ at,cal   =  p  /   A  net,provided    σ b t,cal   = M   /   Z  provided    section को check करने का सूत्र 

tension members in steel design example steps

purely axial load के लिये tension member की design  design निम्न पदों में करते है   design load (p) को वहन करने के लिये  net area               A  net      = p  /  σ at   σ at  = 0.6  F  y                       σ at   = तनन   में अनुमत प्रतिबल  F  y    = minimum yield stress Section का कुल area जो net area से 25 से 40 % अधिक होता है उसे is code से निकालते है  अब जोड़ने के लिए रिवेट की संख्या और net area  ज्ञात करते है जो A  net   से ज्यादा होना चाहिए  IS CODE की मदद से slenderness ratio की देखते है जिसके अनुसार तनन अवयव में air या भूकंप के अलावा परिवर्तित प्रतिबल (reversal stress ) के लिए 180 एवं air या भूकंप के कारण परिवर्तित प्रतिबल के लिए 350 से अधिक तनुता अनुपात नहीं होना चाहिए  

Tension member net-effective area in hindi

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Tension member net-effective area किसी angle section को tension member में उपयोग किया जाता है तो gusset प्लेट को angle section की एक lag से जोड़ा जाता है तब इनको जोड़ने वाला रिवेट, भार की क्रिया रेखा पर स्थिति नहीं होता है,परिणाम स्वरूप नमन क्रिया (bending action) होती हैं जिससे रिवेट पर असममित प्रतिबल  (non- uniform stresses ) पैदा हो जाती हैं | इस असममित प्रतिबल के कारण शुद्ध area को कम कर दिया जाता है | यह कम किया गया area ही  शुद्ध प्रभावी area कहलाता हैं |  tension member की strength ज्ञात करने के लिए  शुद्ध प्रभावी area (net - effective area ) का उपयोग किया जाता हैं  1. एक angle section की एक टाँग को gusset plate से जोड़ने पर -   ए क ANGLE SECTION की एक टाँग को GUSSET PLATE से जोड़ने पर इसमें जो सीधी प्लेट है उसे gusset प्लेट कहते है और उसमे जुडी L प्लेट है उसे angle bar कहते है | angle bar की जो प्लेट gusset प्लेट से जुडी  रहती  है उसे  connected leg कहते है और जो leg  connected  नहीं रहती उसे  outstanding lag कहते है इस single angle with gusset प्लेट कहते है 

steel design tension members in hindi

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Tension Member INTRODUCTION Tension member ऐसा member होता है जो axial x-x में खिचाव बल को लेता है अतः ऐसा member जिस पर x - x  पर खिचाव होता है उसे तनन बल कहते है तथा जो अवयव उसे लेता है तनन अवयव कहते है  TYPES OF TENSION MEMBERS MINOR TYPES OF TENSION MEMBERS Threaded bars-    यह ऐसा bar होता है जिसके दोनों सिरे पर चूड़ियाँ होती है | उस bar में जो चूड़ियाँ होती है उसमें उभरे भाग को creast कहते हैं और दवा हुआ भाग root कहलाता है इसमें root का cros-section area, bar के cros-section area से कम नहीं होना चाहिए | इसका net area और root का net area एक ही होता है इसमें end का जो area होता है वह bar के c /s area का 20 % अधिक लिया जाता है  Eye-bars- इस bar का निर्माण करने के लिए हम एक bar लेते है उसके दोनों सिरों को चपटा कर उसमे hole करते है फिर bolt की मदद से उसका उपयोग करते है इसका उपयोग उस स्थान पर किया जाता है जहाँ  Flexible end  connection   की आवश्कता होती है|       Welded bars- इसमें एक चपटी पत्ती को दो प्लेटो में weld की मदद से जोड़ा जाता है इसका उपयोग उस स

riveted joint design in hindi

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रिवेट जोड़ का अभिकल्पन (design) किसी जोड़ के लिए अभिकल्पन करने का मतलब उस पर कितने रिवेट होंगे, जोड़ की छमता, रिवेट के बिच की दुरी, रिवेट के लिए कितने व्यास की आवश्कता होगी | इन  सभी को ज्ञात करके हम किसी रिवेट का अभिकल्पन कर सकते हैं | इसे ज्ञात करने के लिए निम्न सूत्र का उपयोग करते है -   1. रिवेट का अकलित व्यास -    जिस प्लेट का उपयोग किया जाता हैं उस प्लेट की मोटाई ज्ञात होनी चाहिए | और रिवेट का व्यास को ज्ञात कर लेते है  जिससे हम सूत्र का उपयोग कर के प्लेट पर रिवेट को डालने का व्यास निकलते हैं -  d 1     =  6.05 √t  d 1     =  रिवेट अकलित व्यास मिमी में  t       =  प्लेट की मोटाई मिमी में        riveted joint diameter  2. अनुमत प्रतिबल -  भारतीय मानक के अनुसार 800: 1984 के आधार पर अनुमत प्रतिबल चित्र में दिया गया है - 3. रिवेट का अन्तराल -   प्लेट को फटने से बचाने के लिए रिवेट के बीच की दुरी ध्यान रख के दी जाती है इसके लिए प्लेट की सामर्थ्य को R के बराबर माना जाता हैं  जिसे निम्न सूत्र से ज्ञात किया जाता है -  F  t  = (g - d) t σ tf           = R 

Steel structure design in hindi

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STEEL DESIGN -   स्टील डिज़ाइन का उपयोग हम स्ट्रक्चर बनाने में करते है | यह मार्केट में असानी से प्राप्त हो जाता है इसलिए इसका उपयोग ज्यादा किया जाता हैं |                 इसमें हम आप को इसमें हम आप को निम्न के बारे में बताएगे  रिवेट जोड़ (Riveted joint ) तनन अवयव(tension member) संपीडन अवयव (compression member) स्तम्भ आधार (column bases) छत कैंची (roof truss) प्रकाष्ठ संरचना (timber structures) RIVETED JOINT     इस चित्र में आप को रिवेट जोड़  के बारे में सब बताया गया है  RIVET JOINT के बारे में अधिक जानने के लिए PHOTO को छुए अथवा LINK में जाये   https://civildiploma1.blogspot.com/2020/04/what-is-riveted-joint.html   रिवेट जोड़ की सामर्थ्य निकलने का तरीका (STRENGTH OF RIVETED JOINT)  STEEL प्लेट को जोड़ने के लिए हम रिवेट का उपयोग करते हैं, प्लेट का फटना, रिवेट जोड़ में Shear, रिवेट तथा प्लेट मे bearing का आना | इन सभी के लिए हम रिवेट की सामर्थ्य निकालते हैं | इसे निकलने के लिए कुछ  step की आवश्कता पड़ती हैं जो आज हम आप को बताएगे |  यह निम्न प्रकार के होते हैं